नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के साथ मंकीपॉक्स के संक्रमण ने पूरी दुनिया को एक नई परेशानी में डाल दिया है. दुनिया के करीब 29 देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि अभी तक मंकीपॉक्स के 1000 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है. इस बीच विशेषज्ञों ने मंकीपॉक्स वायरस को लेकर एक हैरान करने वाला खुलासा किया.
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के विशेषज्ञों ने कहा कि मंकीपॉक्स वायरस हवा से भी फैलता है. विशेषज्ञों की मानें तो यदि एक संक्रमित व्यक्ति के साथ लगातार आमने सामने संपर्क में कोई रहता है तो यह वायरस हवा से फैल सकता है. हालांकि एक्सपर्ट का मानना है कि मंकीपॉक्स वायरस हवा में ज्यादा दूरी नहीं तय कर सकता. एक्सपर्ट ने लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है.
कपड़े और बिस्तर छूने से भी फैल रहा
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को एक ब्रीफिंग के दौरान, सीडीसी प्रमुख रोशेल वालेंस्की ने कहा कि कई जगहों पर रोगसूचक रोगियों के साथ शारीरिक संपर्क और उनके कपड़ों और बिस्तरों को छूने से मंकीपॉक्स हो रहा था. सीडीसी ने यात्रियों और लोगों को मंकीपॉक्स से बचने के लिए मास्क पहने की सलाह दी है और इसके साथ ही मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के पास जाने से बचने के लिए कहा है.
हवा में ज्यादा देर नहीं रह सकता यह वायरस
सीडीसी ने अपनी ब्रीफिंग में यह भी स्पष्ट किया कि शरीर में दाने पैदा करने वाला मंकीपॉक्स वायरस कोविड19 वायरस की तरह हवा में ज्यादा देर तक जीवित नहीं रह सकता. एक्सपर्ट ने यह भी कहा कि यह वायरस किसी दूसरे का सामान छूने या फिर दरवाजे या कुंडी छूने से नहीं फैलता जैसा कि हमने पहले कोरोना वायरस के दौरान देखा था. विशेषज्ञों के मुताबिक मंकीपॉक्स के अभी तक जितने भी मामले सामने आए हैं वह सभी संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से मिले हैं. सीडीसी ने लोगों को मंकीपॉक्स वायरस से बचने के लिए मास्क पहने की सलाह दी है.