अमर उजाला ब्यूरो, लखनऊ
Published by: विक्रांत चतुर्वेदी
Updated Fri, 27 Aug 2021 12:59 PM IST
बसपा सुप्रीमो मायावती।
– फोटो : amar ujala
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उन्होंने कहा कि बसपा टिकट के बदले किसी से पैसे नहीं लेती है। यह अवश्य है कि सदस्यता के नाम पर कुछ लोगों से मजबूरी में एडवांस पैसे जमा कराने पड़ते हैं । जिससे दूसरे आर्थिक रूप से कमजोर प्रत्याशियों की मदद की जाती है । कार्यकर्ता चंदा कर भी आर्थिक रूप से कमजोर प्रत्याशियों की मदद करते हैं । कहा कि हमारी पार्टी धन्ना सेठों की पार्टी नहीं है गरीबों और मजदूरों की पार्टी है। कांग्रेस तथा कुछ अन्य लोग इसका गलत प्रचार करते हैं। जिसका कोई खास लाभ उन्हें होने मिलने वाला नहीं है।
अब जन्मदिन पर आभूषण व कपड़े नहीं लेती
मायावती ने कहा कि पहले उनके कार्यकर्ता उनका जन्मदिन जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाते थे और उन्हें महंगे आभूषण और कपड़े लाख मना करने के बाद भी देते थे। इस पर उन्होंने इससे बिल्कुल मना कर दिया और कहा कि यदि वैसा चाहते ही हैं तो इसके बदले सदस्यता की किताब ले जाएं । अब हर बार उनका जन्मदिन इसी रूप में मनाया जाता है । कार्यकर्ता किताब ले जाते हैं और सदस्य बनाते हैं। इस तरह के आर्थिक सहयोग कि उनके यहां कोई मनाई नहीं है।
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उन्होंने कहा कि बसपा टिकट के बदले किसी से पैसे नहीं लेती है। यह अवश्य है कि सदस्यता के नाम पर कुछ लोगों से मजबूरी में एडवांस पैसे जमा कराने पड़ते हैं । जिससे दूसरे आर्थिक रूप से कमजोर प्रत्याशियों की मदद की जाती है । कार्यकर्ता चंदा कर भी आर्थिक रूप से कमजोर प्रत्याशियों की मदद करते हैं । कहा कि हमारी पार्टी धन्ना सेठों की पार्टी नहीं है गरीबों और मजदूरों की पार्टी है। कांग्रेस तथा कुछ अन्य लोग इसका गलत प्रचार करते हैं। जिसका कोई खास लाभ उन्हें होने मिलने वाला नहीं है।
अब जन्मदिन पर आभूषण व कपड़े नहीं लेती
मायावती ने कहा कि पहले उनके कार्यकर्ता उनका जन्मदिन जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाते थे और उन्हें महंगे आभूषण और कपड़े लाख मना करने के बाद भी देते थे। इस पर उन्होंने इससे बिल्कुल मना कर दिया और कहा कि यदि वैसा चाहते ही हैं तो इसके बदले सदस्यता की किताब ले जाएं । अब हर बार उनका जन्मदिन इसी रूप में मनाया जाता है । कार्यकर्ता किताब ले जाते हैं और सदस्य बनाते हैं। इस तरह के आर्थिक सहयोग कि उनके यहां कोई मनाई नहीं है।